What is Ray Tracing? Ray Tracing क्या है?


हेलो फ्रेंड्स,
आपमें से कुछ ने पहले ही रे ट्रेसिंग के बारे में सुना होगा। लेकिन आपमें से ज्यादातर लोग इस बारे में कुछ नहीं जानते होंगे। अगर आप जानना चाहते हैं कि Ray Tracing क्या है? What is Ray Tracing? तो आपको इस विषय के बारे में पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ना चाहिए। इस पोस्ट में हम चर्चा करेंगे what is Ray Tracing, How ray Tracing works? , Technology before Ray Tracing, what is ray tracing and how does it work? और बहुत कुछ। 

What is Ray Tracing? 

Ray Tracing एक तकनीक है जिसका इस्तेमाल Graphics Render में किया जाता है। इसका उपयोग ग्राफिक्स में प्रकाश के व्यवहार को लागू करने के लिए किया जाता है। रे ट्रेसिंग से पहले, उनका एक और विशिष्ट तरीका है जो ग्राफिक रेंडर करने के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन वह तकनीक पुरानी है और इतनी प्रभावी नहीं है। इसलिए नई तकनीक की शुरुआत की जिसका नाम रे ट्रेसिंग है। इसने हर क्षेत्र में ग्राफिक्स के Rendering का तरीका बदल दिया है। 

Ray Tracing एक Rendering तकनीक है जो अविश्वसनीय रूप से यथार्थवादी प्रकाश प्रभाव पैदा कर सकती है। अनिवार्य रूप से, एक Algorithm प्रकाश के मार्ग का पता लगा सकता है, और फिर उस तरीके को अनुकरण कर सकता है जो प्रकाश आभासी वस्तुओं के साथ बातचीत करता है जो अंततः कंप्यूटर द्वारा उत्पन्न दुनिया में हिट होता है | हमने In-Game लाइटिंग इफेक्ट्स को वर्षों में अधिक से अधिक Realistic बनते देखा है, लेकिन Ray Tracing के लाभ स्वयं प्रकाश के बारे में कम हैं और दुनिया के साथ कैसे Intaract करते हैं, इसके बारे में और अधिक।

मुख्य रूप से यह ग्राफिक्स मे विभिन्न चीजों में प्रकाश के व्यवहार का परिचय देता है।


What is Ray Tracing ? Ray Tracing क्या है ?



How Ray Tracing Works?

 यह एक Virtual स्क्रीन में प्रत्येक पिक्सेल के माध्यम से एक Imaginary Eye से एक पथ का पता लगाने और इसके माध्यम से दिखाई देने वाली वस्तु के रंग की गणना करके काम करता है।
Ray Tracing में हम लाइट का इस्तेमाल करते है। अब मान लीजिये हमे  एक Object में Ray Tracing को Impliment करना है तो हम सबसे पहले एक लाइट Source को उस Object के सामने रखेंगे। ऐसा करने से उस Object की Shadow बनेंगी  और तो और Light की Intensity भी हर जगह अलग होगी | अब एक Imaginary Eye से हम एक सीधी रेखा खीचेंगे जो की Object से टकराकर अलग दिशा में मुड़ जायगी | जैसे जैसे हम Eye को मूव करेंगे वैसे वैसे Shadows अलग तरह से दिखेंगी।


          Technology before Ray Tracing

Ray Tracing के पहले ग्राफ़िक्स को रेंडर करवाने का एक दूसरा Method होता था।  जिससे Restrization कहते है। Restrization एक Vector  ग्राफिक्स Formate में वर्णित छवि को लेने और इसे एक Rasterised Image में परिवर्तित करने का कार्य है। फिर Rasterised Image को कंप्यूटर डिस्प्ले, वीडियो डिस्प्ले या प्रिंटर पर प्रदर्शित किया जा सकता है, या Bitmap File Formate में Store किया जा सकता है।

यह Ray Tracing जैसा Original नहीं है।

Restrization में लाइट का Impliment नहीं होता है। यह  सिर्फ एक नार्मल ग्राफ़िक्स होते है जिसको  3d रूप में दिखाया गया है।






What is Ray Tracing? रे ट्रेसिंग क्या है ? रे ट्रेसिंग कैसे काम करता है?










जैसा का इस फोटो में दिख रहा है , इसमें इस toy की कोई Shadow नहीं बन रही है जिसका मतलब इस तरह के Graphics में Light का Implimentation नहीं किया गया है जो की सिर्फ Ray Tracing के साथ ही संभव है। इस तरह के Graphics दिखने  Real नहीं लगते।  इसलिए Ray Tracing की जरुरत पड़ती है।

Advantages of Ray Tracing

  • Ray Tracing का मुख्य लाभ Graphics को और भी ज्यादा Realistic बनाना होता है। Graphics जितना रलिस्टिक होगा उससे देखने वालो को उतना ही सब कुछ Real लगेगा।
  • Ray Tracing in gaming. Games में Real-Time Ray Tracing होती है।  इसलिए इसे करना थोड़ा सा मुश्किल होता है | पर Movies में ये सब पहले से ही Recorded होता है इसलिए Movies में ये करना थोड़ा आसान पड़ता है।
  • Ray Tracing की मदत से Gaming Experience को से और ज्यादा enhance करने में बहुत मदद मिली है।
  • Ray Tracing के आने के  बाद से Games में Refections , Refractions और Shadows को दिखाना और भी ज्यादा आसान हो गया है।
  • Ray Tracing की मदद से अब Movies और Games में ज्यादा Detailing डाली जा सकती है।

Disadvantage of Ray Tracing

  • Ray Tracing करने में बहुत ज्यादा Computing Power लगती है जिसके कारण इसे करना आसान नहीं होता है।

  • चुकी बहुत ज्यादा Computing Power लगने के कारण इसे करना भी महंगा होता है। आम इंसान के लिए ये महंगा हो सकता है।  

  • Ray Tracing का बहुत बड़ा Disadvantage ये है की ये Slow होती है।  अगर आपके पास एक अच्छा CPU, Ray Tracing GPU नहीं है तो आप Ray Tracing के मजे नहीं ले सकते।

Final Words

हमने इस पोस्ट में जाना की Ray Tracing कितने काम की चीज़ होती है।  Ray Tracing को करना उतना आसान नहीं है।  इसके लिए एक अच्छा Processor होना बहुत जरुरी है। आज सिर्फ Ray Tracing की ही मदद से आपको बहुत ही शानदार Graphics देखने मिलते है।  इसमें लाइट के Behaviour को किसी Movie और Games में Impliment किया जाता है जिससे ये और भी ज्यादा Realistic लगेताकि देखने वाले को बिलकुल भी ऐसा न लगे की वो कोई Artificial Objects को देख रहा है। हमने इस पोस्ट में Ray Tracing के कुछ Pros/Cons के बारे में भी बात की है। 

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धन्यवाद